हमारा ट्रस्ट धार्मिक एवं सांस्कृतिक जागरूकता को समाज में पुनः स्थापित करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। हम मानते हैं कि भारत की विविध धार्मिक परंपराएं और सांस्कृतिक धरोहरें केवल पूजनीय ही नहीं, बल्कि समाज को एकसूत्र में बांधने वाली शक्तियां भी हैं। इसी उद्देश्य के तहत ट्रस्ट द्वारा विभिन्न मंदिरों में भजन संध्या, कथा प्रवचन, और धार्मिक उत्सवों का आयोजन किया जाता है, ताकि लोगों को अपनी जड़ों से जुड़ने का अवसर मिल सके।
सांस्कृतिक जागरूकता बढ़ाने के लिए ट्रस्ट समय-समय पर लोकनृत्य, पारंपरिक वेशभूषा प्रतियोगिताएं, और क्षेत्रीय उत्सवों को सामूहिक रूप से मनाने जैसी गतिविधियों का आयोजन करता है। इन आयोजनों के माध्यम से हम युवा पीढ़ी में भारतीय संस्कृति के प्रति गर्व और सम्मान का भाव विकसित करना चाहते हैं। हमारा विश्वास है कि जब धर्म और संस्कृति से समाज जुड़ता है, तब उसमें नैतिकता, सद्भाव और एकता का विकास स्वतः होता है।
श्री राघव ज्योति जनकल्याण ट्रस्ट समाज के आर्थिक, सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों के upliftment के लिए लगातार कार्य कर रहा है। ट्रस्ट द्वारा शिक्षा सामग्री वितरण, स्किल डवलपमेंट ट्रेनिंग, स्वरोजगार सहायता जैसे कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, ताकि वंचित समुदाय आत्मनिर्भर बन सके। इन सेवाओं के माध्यम से ट्रस्ट ने कई परिवारों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाया है।
यह पहल उत्तर प्रदेश सरकार की सामाजिक न्याय और समावेशी विकास नीति के अनुरूप है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं जैसे अंत्योदय योजना से प्रेरणा लेकर ट्रस्ट ज़मीन स्तर पर बदलाव ला रहा है। ट्रस्ट सभी नागरिकों से अपील करता है कि वे समाज के कमजोर वर्गों को uplift करने में अपना योगदान अवश्य दें।
श्री राघव ज्योति जनकल्याण ट्रस्ट द्वारा आयोजित धार्मिक यात्राएं श्रद्धालुओं को भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत से जोड़ने का माध्यम हैं। ट्रस्ट चार धाम, अयोध्या, काशी, मथुरा, वृंदावन जैसे तीर्थ स्थलों की यात्राएं निशुल्क या न्यूनतम शुल्क पर आयोजित करता है, जिसमें यात्रा, ठहरने और भोजन की सुविधाएं शामिल होती हैं।
इस सेवा को उत्तर प्रदेश सरकार की धार्मिक पर्यटन नीतियों का सहयोग प्राप्त है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में धार्मिक स्थलों के विकास को बढ़ावा मिल रहा है। यह पहल धार्मिक आस्था, सामाजिक समरसता और सकारात्मक राजनीति का एक प्रभावशाली उदाहरण है, जो समाज में एकता और संस्कृति की रक्षा को सशक्त बनाती है।
श्री राघव ज्योति जनकल्याण ट्रस्ट द्वारा उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में जीर्ण-शीर्ण मंदिरों का जीर्णोद्धार कार्य तीव्र गति से चल रहा है। वर्षों से उपेक्षित मंदिरों की मरम्मत, रंग-रोगन, साफ-सफाई और धार्मिक आयोजन की पुनःस्थापना के माध्यम से न केवल आस्था को मजबूती मिल रही है, बल्कि स्थानीय समुदाय को भी एक नया आध्यात्मिक केंद्र प्राप्त हो रहा है। यह कार्य केवल धार्मिक संरचना का पुनर्निर्माण नहीं, बल्कि सांस्कृतिक पुनर्जागरण का प्रतीक है।
इस सेवा को प्रदेश सरकार का भी परोक्ष समर्थन प्राप्त है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में धार्मिक विरासत को संरक्षित करने की दिशा में कई सकारात्मक कदम उठाए गए हैं। ट्रस्ट का यह प्रयास धार्मिक आस्था, सामाजिक चेतना और सकारात्मक राजनीति का समन्वय है, जो यह दर्शाता है कि जब जनसेवा संस्थाएं और शासन मिलकर कार्य करते हैं, तो पुरातन संस्कृति को एक नई ऊर्जा और पहचान मिलती है।
श्री राघव ज्योति जनकल्याण ट्रस्ट द्वारा वैदिक ज्ञान और आधुनिक तकनीक को जोड़ने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। गुरुकुल पद्धति के मूल्यों को बनाए रखते हुए कंप्यूटर, डिजिटल लर्निंग और वैज्ञानिक सोच को भी शिक्षा में शामिल किया जा रहा है, जिससे बच्चे संस्कृति से जुड़कर तकनीकी रूप से भी सक्षम बनें।
यह पहल राज्य सरकार के "डिजिटल भारत" और "नई शिक्षा नीति" के उद्देश्यों के अनुरूप है। ट्रस्ट का यह कार्य धार्मिक शिक्षा, सामाजिक विकास और आधुनिक सोच का संतुलित मेल है, जो आने वाली पीढ़ियों को मूल्यपरक और तकनीकी रूप से सक्षम नागरिक बनाता है।
श्री राघव ज्योति जनकल्याण ट्रस्ट पर्यावरण एवं जल संरक्षण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारी संस्था का मानना है कि पर्यावरण और जल संसाधनों का संरक्षण हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। हम जल संचयन, वृक्षारोपण और प्रदूषण नियंत्रण जैसे उपायों को अपनाकर पर्यावरण और जल संसाधनों का संरक्षण करने के लिए काम करते हैं।
हमारी संस्था पर्यावरण संरक्षण के लिए विभिन्न कार्यक्रमों और परियोजनाओं का आयोजन करती है। हम जल संचयन के लिए वर्षा जल संचयन और जल पुनर्चक्रण जैसी तकनीकों को बढ़ावा देते हैं। इसके अलावा, हम वृक्षारोपण और वनस्पति संवर्धन के लिए भी काम करते हैं। हमारे प्रयासों से न केवल पर्यावरण संरक्षित होता है, बल्कि स्थानीय समुदाय को भी अपनी जड़ों से जुड़ने का अवसर मिलता है।
श्री राघव ज्योति जनकल्याण ट्रस्ट द्वारा चलाई जा रही "शुद्ध जल हेतु जनशक्ति योजना" का उद्देश्य ऐसे क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना है जहाँ इसकी भारी कमी है। जल टैंकर, आरओ सिस्टम और सार्वजनिक प्याऊ के माध्यम से ट्रस्ट रोज़ाना सैकड़ों लोगों तक शुद्ध जल पहुँचा रहा है। यह प्रयास न केवल स्वास्थ्य सुरक्षा को बढ़ावा देता है, बल्कि जल संरक्षण के प्रति जनजागरूकता भी फैलाता है।
यह अभियान उत्तर प्रदेश सरकार की हर घर जल योजना से प्रेरित है, और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की जनस्वास्थ्य नीति के अनुरूप है। ट्रस्ट का मानना है कि जल बचाने और बाँटने की ज़िम्मेदारी सिर्फ सरकार की नहीं, समाज के हर व्यक्ति की भी है। आइए, हम सभी इस अभियान में सहभागी बनकर एक स्वच्छ और सुरक्षित भविष्य की दिशा में कदम बढ़ाएं।
श्री राघव ज्योति जनकल्याण ट्रस्ट द्वारा संचालित जन स्वास्थ्य सेवाएं गरीब, असहाय और पिछड़े वर्ग के लोगों को बुनियादी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए समर्पित हैं। ट्रस्ट समय-समय पर नि:शुल्क मेडिकल कैंप, दवा वितरण, नेत्र जांच, रक्तदान शिविर जैसे कार्यक्रम आयोजित करता है, जिनसे हजारों लोगों को राहत मिलती है। स्वास्थ्य जांच के साथ-साथ जागरूकता फैलाने पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है।
यह सेवा अभियान उत्तर प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी स्वास्थ्य नीतियों से प्रेरित है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में "स्वस्थ समाज, समृद्ध राष्ट्र" की भावना को आगे बढ़ाते हुए ट्रस्ट भी अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहा है। ट्रस्ट सभी नागरिकों से अपील करता है कि वे भी इस मुहिम में भाग लें और जरूरतमंदों तक स्वास्थ्य सेवा पहुँचाने में अपना सहयोग दें।
श्री राघव ज्योति जनकल्याण ट्रस्ट महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम चला रहा है, जैसे कि सिलाई प्रशिक्षण, स्वरोजगार सहायता, स्वास्थ्य जागरूकता कैंप और महिला स्वाभिमान गोष्ठियां। ट्रस्ट का उद्देश्य महिलाओं को न सिर्फ आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है, बल्कि उन्हें समाज में निर्णय लेने योग्य स्थान भी दिलाना है।
यह पहल उत्तर प्रदेश सरकार की मिशन शक्ति और बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ जैसी योजनाओं के सहयोग से और उनसे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ रही है। ट्रस्ट सभी नागरिकों से अपील करता है कि वे अपने घर, समाज और कार्यस्थल पर महिलाओं को समान अवसर दें और इस सशक्तिकरण यात्रा में भागीदार बनें।
श्री राघव ज्योति जनकल्याण ट्रस्ट सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारी संस्था का मानना है कि सांस्कृतिक विरासत हमारी पहचान और गौरव का प्रतीक है, और इसका संरक्षण हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। हम प्राचीन मंदिरों, स्मारकों और कलाकृतियों के संरक्षण और जीर्णोद्धार के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।
हमारी संस्था सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए विभिन्न कार्यक्रमों और परियोजनाओं का आयोजन करती है। हम प्राचीन मंदिरों के जीर्णोद्धार, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन और कलाकृतियों के संरक्षण के लिए काम करते हैं। हमारे प्रयासों से न केवल सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण होता है, बल्कि स्थानीय समुदाय को भी अपनी जड़ों से जुड़ने का अवसर मिलता है।
श्री राघव ज्योति जनकल्याण ट्रस्ट का उद्देश्य सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के साथ-साथ लोगों में जागरूकता और समझ बढ़ाना भी है। हम विभिन्न कार्यशालाओं, सेमिनारों और प्रदर्शनियों का आयोजन करते हैं, जिससे लोग अपनी सांस्कृतिक विरासत के महत्व को समझ सकें और उसका सम्मान कर सकें। हमारी संस्था का मानना है कि सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण न केवल हमारी पहचान को मजबूत करता है, बल्कि यह हमारी युवा पीढ़ी के लिए भी एक महत्वपूर्ण धरोहर है।