शिक्षित और अ-शिक्षित को रोजगार के अवसर – श्री राघव ज्योति जनकल्याण ट्रस्ट की पहल

हर व्यक्ति के लिए रोजगार और आत्मनिर्भरता
रोजगार किसी भी व्यक्ति के जीवन में आत्मनिर्भरता और सम्मान का मूल आधार है। श्री राघव ज्योति जनकल्याण ट्रस्ट ने यह समझा कि समाज में केवल शिक्षित लोगों को ही अवसर नहीं मिलते, बल्कि अ-शिक्षित और ग्रामीण वर्ग के लिए भी रोजगार सृजन करना ज़रूरी है।
ट्रस्ट विभिन्न प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रम चला रहा है, जिनमें शिक्षित युवाओं को तकनीकी और व्यवसायिक कौशल सिखाया जाता है। उन्हें स्वरोजगार, छोटे व्यवसाय और डिजिटल नौकरी के अवसरों से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाया जाता है।
वहीं, अ-शिक्षित लोगों के लिए भी ट्रस्ट ग्रामीण उद्यम, कृषि कार्य, हस्तशिल्प और अन्य पारंपरिक व्यवसायों में रोजगार के अवसर प्रदान कर रहा है। इस पहल से गाँवों में बेरोज़गारी कम होती है और लोगों को जीवन यापन का स्थिर स्रोत मिलता है।
इस प्रयास के पीछे ट्रस्ट का उद्देश्य है कि कोई भी व्यक्ति समाज में पीछे न रह जाए। रोजगार के साथ-साथ उन्हें प्रशिक्षण और मार्गदर्शन भी दिया जाता है, जिससे वे अपने व्यवसाय या नौकरी में सफल हो सकें।
श्री राघव ज्योति जनकल्याण ट्रस्ट का यह मॉडल न केवल रोज़गार सृजन करता है, बल्कि समाज में समान अवसर और आर्थिक सशक्तिकरण की भावना को भी बढ़ावा देता है। यह पहल शिक्षा और कौशल का समन्वय है, जिससे हर व्यक्ति अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सके।