मूक प्राणियों के लिए करुणा की मिसाल – श्री राघव ज्योति जनकल्याण ट्रस्ट

मूक प्राणियों की सेवा में समर्पित एक अनोखी पहल
आज के समय में इंसानों के लिए तो कई संस्थाएँ और संगठन काम कर रहे हैं, लेकिन वे जीव-जंतु, जो अपने दर्द को शब्दों में नहीं कह सकते, अक्सर बेसहारा रह जाते हैं। इन्हें ही हम मूक प्राणी कहते हैं। वे अपने घाव नहीं दिखा पाते, अपनी भूख या दर्द का ज़िक्र नहीं कर पाते। ऐसे समय में श्री राघव ज्योति जनकल्याण ट्रस्ट इन असहाय जीवों के लिए उम्मीद की किरण बनकर आगे आया है।
ट्रस्ट का उद्देश्य सिर्फ़ इंसानों तक मदद पहुँचाना नहीं है, बल्कि उन मूक प्राणियों को भी सुरक्षा और सम्मान देना है जो हमारी प्रकृति और संस्कृति का अभिन्न हिस्सा हैं। गायों की सेवा को अपनी सबसे बड़ी प्राथमिकता मानते हुए ट्रस्ट ने कई जगहों पर गौशालाओं की स्थापना शुरू की है। यहाँ लावारिस, घायल और बीमार गायों को सुरक्षित आश्रय दिया जाता है, उनके लिए पौष्टिक आहार और सही इलाज की व्यवस्था की जाती है। ट्रस्ट का मानना है कि गाय केवल एक जानवर नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति की पहचान और कृषि व्यवस्था की आत्मा है, इसलिए हर गाय को जीवन का सम्मान मिलना चाहिए, चाहे वह दूध देती हो या नहीं।
गायों के साथ-साथ ट्रस्ट सड़क पर बेसहारा घूमने वाले कुत्तों, बिल्लियों और अन्य जानवरों की भी देखभाल कर रहा है। एक समर्पित टीम हर ज़रूरतमंद जानवर तक पहुँचती है, उन्हें इलाज, टीकाकरण और सुरक्षित शेल्टर की सुविधा देती है। घायल पक्षियों और छोटे जीवों को भी नज़रअंदाज़ नहीं किया जाता। गर्मियों में पक्षियों के लिए पानी के बर्तन और दाना-पानी की व्यवस्था की जाती है ताकि वे भी सुरक्षित और स्वस्थ रह सकें।
इस ट्रस्ट का मकसद केवल सेवा कार्यों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह राजनीतिक स्तर पर भी जागरूकता फैला रहा है। समाज में पशु-पक्षियों की सुरक्षा के लिए कड़े कानून बनवाने, प्रशासन तक उनकी समस्याएँ पहुँचाने और लोगों में करुणा का भाव जगाने का काम लगातार चल रहा है। ट्रस्ट का मानना है कि राजनीति यदि सही दिशा में की जाए तो यह समाज सुधार का सबसे बड़ा साधन बन सकती है, और इसी सोच के साथ यह संगठन आगे बढ़ रहा है।
श्री राघव ज्योति जनकल्याण ट्रस्ट का संदेश साफ है—समाज का असली विकास तभी होगा जब हर जीव, चाहे वह बोल सके या नहीं, को जीने का अधिकार और सम्मान मिलेगा। यह संस्था उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा है जो मानते हैं कि इंसानियत केवल इंसानों के लिए नहीं, बल्कि हर प्राणी के लिए है। इस ट्रस्ट का प्रयास है कि करुणा की यह लौ हर दिल में जले और हर मूक जीव को जीवन का आनंद लेने का मौका मिले।